केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में भोपाल में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 23वीं बैठक का आयोजन हो रहा है, इसमें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री शामिल हुए, बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी प्रतिभाग किया। बैठक में सीएम धामी ने संसाधनों के आवंटन में इको सिस्टम सेवाओं को महत्ता देने और वित्तीय संसाधनों के आवंटन में फ्लोटिंग पॉपुलेशन को ध्यान में रखने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में केंद्र के सहयोग से पर्वतीय क्षेत्र में प्राकृतिक जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण के लिए एक विशेष अभियान शुरू करने को कहा है, राज्यों के मध्य संसाधनों के आवंटन में इको सिस्टम सेवाओं को महत्ता दिए जाने की मांग भी की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केंद्र पोषित योजनाओं के निर्धारण में राज्य की दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए वन स्किम फिट ऑल के स्थान पर राज्य के अनुकूल टेलर मेड स्कीम तैयार करने पर भारत सरकार को विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। पर्यटन, हॉर्टीकल्चर और सगंध पौध आधारित केंद्रीय योजनाओं से राज्य को लाभ होगा, मुख्यमंत्री ने भारत सरकार के सहयोग से पर्वतीय क्षेत्र में प्राकृतिक जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण के लिए एक विशेष अभियान को भी शुरू किए जाने का सुझाव दिया, उन्होंने उत्तराखंड की बाधित जल विद्युत परियोजनाओं के जल्द क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार से सहयोग का भी अनुरोध किया।
बैठक में सीएम धामी ने कहा कि देश-विदेश से काफी ज्यादा संख्या में तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों का आवागमन राज्य में होता है, उत्तराखंड की जनसंख्या लगभग सवा करोड़ है, लेकिन हरसाल उत्तराखंड में करीब 6 करोड़ लोगों का फ्लोटिंग पॉपुलेशन के रूप में आगमन होता है, इस प्रकार राज्य सरकार को लगभग सवा सात करोड़ लोगों के लिए अवस्थापना सुविधाओं की व्यवस्था करनी पड़ती है, अतः राज्य के सीमित संसाधनों के दृष्टिगत केंद्र सरकार की ओर से वित्तीय संसाधनों के आवंटन में फ्लोटिंग पॉपुलेशन के इस महत्त्वपूर्ण तथ्य को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।
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