गैरसैंण में बजट सत्र के आयोजन को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर सवाल उठाया है। प्रीतम सिंह ने सरकार को सोच-विचार कर यह तय करना चाहिए कि सत्र का आयोजन करना कहां है? कांग्रेस तो सत्र के लिए कहीं भी जाने को तैयार है गैरसैंण में सत्र कराने की बात कहकर अब सरकार खुद उलझन में फंसी दिखाई दे रही है।
वहीं बीते दिन प्रीतम ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ तहसील परिसर में नेहरू वार्ड देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को श्रद्धाजंलि दी। इस मौके पर मीडिया से बातचीत में प्रीतम ने कहा कि गैरसैंण को लेकर भाजपा और भाजपा की सरकार कभी गंभीर नहीं रहे। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा तो कर दी गई, लेकिन सरकार एक दिन भी गैरसैंण से नहीं चली। होना तो यह चाहिए था कि सरकार के मंत्री, अधिकारी भी ग्रीष्मकाल में गैरसैंण में ही रहते और वहां से सरकार का संचालन करते। लेकिन भारतीय जुमला पार्टी के नेताओं को केवल राजनीति करना और आम आदमी के भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना ही आता है।
प्रीतम ने कहा कि कांग्रेस जनभावनाओं के अनुसार गैरसैंण के प्रति शुरू से ईमानदार रही है। गैरसैंण का एक सुनियोजित तरीके से विकास का सिलसिला कांग्रेस सरकार ने ही शुरू किया। जब से भाजपा की सरकार प्रदेश में आई, तब से इन सभी विकास कार्यों को ही भुला दिया गया।
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