यू ० टी ० यू ० में ” जनरल विपिन रावत डिफेन्स टैक्नोलॉजी लैब ” स्थापित !!
तकनीकी शिक्षा में सुधार के लिए उत्तराखण्ड सरकार प्रतिबद्ध !!
वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ( यू ० टी ० यू ० ) में शनिवार को देश के प्रथम रक्षा प्रमुख जनरल विपिन रावत जी के सम्मान में स्थापित की गयी ” जनरल विपिन रावत डिफेन्स टैक्नोलॉजी लैब ” का उद्घाटन प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने किया ।
कार्यक्रम में उनियाल ने जनरल विपिन रावत को नमन करते हुए कहा की यू ० टी ० यू ० में स्थापित यह लैब तकनीकी और रक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान कर रहें छात्रों , शोधार्थियों को उनके अनुसंधान में काफी हद तक सहायक सिद्ध होगी । श्री उनियाल नें यह भी बताया कि उत्तराखण्ड सरकार तकनीकी शिक्षा में व्यापक सुधार के लिए निरन्तर प्रयासरत है , हमें एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है , जिससे प्रदेश तकनीकी के क्षेत्र में प्रत्येक स्तर पर नये कीर्तिमान स्थापित कर सके ।
इस अवसर पर कुलपति डॉ ० पी ० पी ० ध्यानी ने कार्यक्रम के माध्यम से विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और समस्याओं को तकनीकी शिक्षा मंत्री के समक्ष रखा और विश्वविद्यालय की समस्याओं को दूर किये जाने के लिए अपने सुझाव दिये । उनियाल नें अपना आश्वासन दिया की विश्वविद्यालय समस्याओं को दूर किये जाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर जल्द उस पर कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।
जनरल विपिन रावत डिफेन्स टैक्नोलाजी लैब के लोकार्पण कार्यक्रम के उपरान्त REVAMP IN TECHNICAL EDUCATION विषय पर माननीय तकनीकी शिक्षा मंत्री जी की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई ।
बैठक में विभिन्न राजकीय एवं निजी इंजीनियरिंग , फार्मेसी , एम ० बी ० ए ० , विधि आदि संस्थानों के चेयरमेन / निदेशकों ने प्रतिभाग किया । बैठक में कुलसचिव आर ० पी ० गुप्ता द्वारा प्रदेश में तकनीकी शिक्षा की स्थिति पर और तकनीकी शिक्षा के चैलेंज और तद्नुसार REVAMP हेतु प्रस्तुतीकरण प्रस्तुत किया गया ।
प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में निम्ननुसार नये कार्यों हेतु मंत्री द्वारा सुझाव दिये गये :
1. एक ही छत के नीचें छात्र – छात्राओं को आई ० टी ० आई ० , पॉलीटैक्निक , इंजीनियरिंग की सुविधाएं प्राप्त हो , इसके लिए इन्टीग्रेटेड कॉन्सेप्ट को अपनातें हुए पॉलीटैक्निकों को अपग्रेड किया जायेगा । इस कड़ी में सर्वप्रथम नरेन्द्र नगर एवं नैनीताल पालीटैक्निक में कार्यवाही के मा ० मंत्री जी द्वारा निर्देश दिये गये है ।
2. प्रदेश के दूरस्थ स्थानों पर तकनीकी विकास लिए लोकल आवश्यकताओं के अनुरूप कोर्सो को संचालित करने के अतिरिक्त सभी राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में बी ० फार्म ० संचालित करने का निर्णय लिया गया ।
3. मंत्री द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता के सुधार के साथ – साथ सभी संस्थानों में सेन्टर ऑफ एक्सिलेन्सी के साथ – साथ लैबों को नवीन सॉफ्टवेयर तथा टैक्नोलॉजी के साथ विकसित करने के अतिरिक्त सॉफ्टवेयर इत्यादि की सुविधाओं को रिमोटली एसिस करने का निर्णय लिया गया है ।
4. मंत्री व कुलपति द्वारा पेंटेट तथा गुणवत्ता पूर्वक रिसर्च के लिए कार्य करने के साथ – साथ इनावेशन लैब के अतिरिक्त विश्वविद्यालय में अंतराष्ट्रीय स्तर का रिसर्च तथा ट्रैनिंग सेन्टर खोले जाने हेतु सुझाव दिये गये ।
5. मंत्री द्वारा रोजगार बढ़ाने हेतु केन्द्रीयकृत प्लेस्मेन्ट सेन्टर के अतिरिक्त ई – लर्निंग सेन्टर आदि की स्थापना का सुझाव दिया गया ।
6. मंत्री द्वारा उत्तराखण्ड को आत्मनिर्भर बनाने के साथ – साथ तकनीकी संस्थाओं को स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए मुख्यतः माईकोपॉवर जनरेशन आदि के कार्य करने के लिए तथा स्टूडेन्ट स्टार्ट – अप तथा इनोवेशन केन्द्र खोले जाने के सुझाव दिये गये ।
7. अंत में मा ० मंत्री द्वारा सब की समस्याओं से अवगत होते हुए प्रदेश में रोजगारपरक प्रशिक्षण के साथ – साथ समस्याओं के निदान तथा तकनीकी विकास हेतु सरकार के द्वारा आवश्यक सहयोग के लिए अपना आश्वासन दिया गया ।
इस मौके पर कुलपति डॉ ० पी ० पी ० ध्यानी , कुलसचिव आर ० पी ० गुप्ता , वित्त नियंत्रक जंतवाल , परीक्षा नियंत्रक पी ० के ० अरोड़ा , सहायक लेखाअधिकारी एस 0 सी 0 आर्य ० तथा विश्वविद्यालय के समस्त संघटक , सम्बद्ध , स्वायत्तशासी संस्थानों के अध्यक्ष , निदेशक , प्राचार्य , डीन आदि उपस्थित रहें ।
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