नैनीताल: राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आज कैबिनेट व जिले की प्रभारी मंत्री रेखा आर्य ने नैनीताल में आयोजित राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम से पूर्व मंत्री रेखा आर्य ने शहीद स्मारक पहुंचकर राज्य आंदोलनकारियों की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं श्रद्धासुमन अर्पित किए। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा रंगगारंग प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत की गईं।
इस अवसर पर मंत्री रेखा आर्य ने राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया और कहा कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा और निश्चित ही हम 2025 रजत जयंती तक अपने राज्य को अग्रणी राज्य बनाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनके सपने के अनुरूप प्रदेश को उत्कृष्ट राज्य बनाने की और लगातार प्रयासरत है।
उन्होंने उत्तराखंड स्थापना दिवस को गौरवशाली इतिहास बताया और कहा कि राज्य का निर्माण जिस उद्देश्य के लिए किया गया, उसे साकार करने के लिए सभी को अपना योगदान देना होगा, ताकि राज्य विकास की अग्रिम पंक्ति में रहे। इस मौके पर प्रभारी मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि आज का दिन प्रदेशवासियों के लिये बेहद महत्वपूर्ण है।लोगों के कड़े संघर्षों से हमें राज्य मिला है।प्रदेश की वर्तमान सरकार राज्य के विकास के लिये प्रतिबद्ध है।
मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि आज केंद्र और राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के विकास के लिए कई अहम कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ,प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना,स्वच्छ भारत मिशन,जल जीवन मिशन एवं अमृत योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना,वन नेशन वन राशन कार्ड सहित कई योजनाओं से आम व्यक्ति को लाभान्वित किया गया है। सरकार नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत चिन्हित किये गये राशन कार्ड धारकों को प्रतिमाह 5 किग्रा. मुफ्त राशन तथा 01 किग्रा दाल दिया जा रहा है।आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना से लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है।
नैनीताल जनपद में साल 2001 से अभी तक का प्रगति विवरण
वही इस दौरान नैनीताल जिले में साल 2001 से अभी तक का प्रगति विवरण भी जिले की प्रभारी मंत्री ने सबके सामने रखा जिसमें सिंचाई के अन्तर्गत निर्मित नहरें वर्ष 2001 में 904 किमी. थी, जबकि वर्ष 2022 में नहरों कीbलम्बाई बढ़कर 1460 किमी० हो गई है।
वहीं जनपद नैनीताल में वर्ष 2001 में हौज की संख्या 2204 थी जबकि वर्ष 2022 इनकी संख्या बढ़कर 4320 हो गई है।वर्ष 2001 में गूलों की लम्बाई 1161 किमी0 थी जबकि वर्ष 2022 इनकी लम्बाई बढ़कर 6354 किमी0 हो गई है। जनपद में लघु/खादी उद्योगों की संख्या वर्ष 2001 में 3231 थी जबकि वर्ष 2022 में इनकी संख्या 46.72 है। जनपद में लघु/ खादी उद्योगों में कार्यरत व्यक्तियों की संख्या वर्ष 2001 में 14394 थी जबकि वर्ष 2022 में इनकी संख्या बढ़कर 22905 है।
विद्यालयी शिक्षा के अन्तर्गत विद्यालयों की संख्या वर्ष 2001 में 1518 थी जबकि वर्ष 2022 में इनकी संख्या बढ़कर 2051 हो गई है।
जनपद में एलोपैथिक चिकित्सालय / औषधालय की संख्या वर्ष 2001 में 80 थी जबकि वर्ष 2022 में इनकी संख्या बढ़कर 329 हो गई है।
जनपद में सड़कों की लम्बाई वर्ष 2001 में 2361 किमी0 थी जबकि वर्ष 2022 में इनकी लम्बाई बढ़कर 5109 किमी0 हो गई है। जनपद में बैंकों की संख्या वर्ष 2001 में 105 थी जबकि वर्ष 2022 में यह संख्या बढ़कर 275 हो गई है।
जनपद में समाज कल्याण विभाग अन्तर्गत कुल पेंशन धारकों की संख्या वर्ष 2022 में 57870 है। जनपद में वर्ष 2021-22 आयें पर्यटकों की संख्या 326259 रही है।
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