उत्तर प्रदेश:- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के मद्देनजर सारनाथ में साफ-सफाई के काम के दौरान शनिवार की आधी रात बाद करंट की चपेट में आने से नगर निगम के सफाई कर्मी की मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर सारनाथ थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। दूसरे की लापरवाही से सफाई कर्मी की मौत पर उसके साथी कर्मियों में रोष व्याप्त है। नगर निगम में आउटसोर्स के माध्यम से दशनीपुर, लमही निवासी सुद्धू भारती (28) सफाई कर्मी के पद पर कार्यरत था। मुख्यमंत्री को सारंगनाथ शिव मंदिर पर विकास कार्यों का निरीक्षण करना था। इसके मद्देनजर शनिवार की रात लगभग 1:30 बजे सुद्धू जैन मंदिर के पास इंटरप्रिटेशन वॉल के पास साफ-सफाई कर रहा था। वहां स्टील की रेलिंग को वह कपड़े से पोंछने के लिए पकड़ा।
उसी दौरान उसमें प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आकर वह रेलिंग से चिपक गया। पास ही सफाई कर रहा एक अन्य कर्मचारी गमछे से उसे खींचा। सुद्धू को सारनाथ शहरी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन वहां कोई चिकित्सक न होने के कारण उसका उपचार नहीं हो पाया। सहयोगी कर्मचारियों का कहना था कि सुद्धू की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी। सुद्धू की मौत के लिए आखिरकार जिम्मेदार कौन है, इसे लेकर नगर निगम और वीडीए से लेकर जिला प्रशासन के अफसर भी चुप्पी साधे दिखे। रविवार को घटना स्थल पर वीडीए के सचिव वेद प्रकाश और बिजली विभाग के सहायक अभियंता आनंद पहुंचे, लेकिन पत्रकारों के सवालों पर चुप्पी साधे रहे। वहीं, सुद्धू के साथी कर्मियों का कहना था कि लापरवाही के लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और उसके अनुसार कार्रवाई हो।
सफाई कर्मी सुद्धू भारती की मौत पर नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि केके कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा प्रो पुअर योजना के तहत सारनाथ के धर्मशाला रोड, अशोक रोड क्षेत्र में सड़क निर्माण, लाइटिंग और दीवारों पर म्यूरल आर्ट का काम किया जा रहा है। वहीं सफाई कर्मी सुद्धू के द्वारा साफ-सफाई की जा रही थी। निर्माण कार्य होने के कारण पास में लोहे के पोल में करंट उतर रहा था। सफाई करते समय पोल के छू जाने से करंट लगने के कारण सुद्धू की मौत हो गई। नगर आयुक्त ने कहा कि सुद्धू के परिवार के एक सदस्य को नौकरी और नियमानुसार आवश्यक आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस संबंध में तत्काल कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग को आदेश दे दिया गया है।
निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही की वजह से सारनाथ इलाके में पहले भी हादसे हुए हैं। ऑटो चालक 24 वर्षीय राम प्रवेश जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में रहता था। एक जुलाई 2023 को संस्थान के गेट के सामने खुली नाली में गिरने से उसकी मौत हो गई थी। गत 21 जून को मॉर्निंग वॉक के दौरान पांच वर्षीय शुभम के ऊपर पत्थर के लैंप का पिलर गिरने से वह बेहोश हो गया।
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