उत्तराखंड:- मौसम विभाग ने आज राज्य के सभी जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। जबकि तीन जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं चार जिलों में ऑरेंज अलर्ट है। भारी बारिश के मद्देनजर खासतौर पर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार बृहस्पतिवार को नैनीताल, ऊधमसिंहनगर एवं चंपावत जिले में कुछ स्थानों पर भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान आकाशीय बिजली के चमकने और बारिश के तीव्र से तीव्र दौर होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। भारी बारिश के मद्देनजर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही देहरादून, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार जनपदों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
जबकि शेष अन्य जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। वहीं देहरादून में बुधवार को अधिकतम तापमान 34.6 और न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बारिश के मद्देनजर एक अगस्त को टिहरी, पौड़ी और देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल, उधमसिंह नगर के स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। कक्षा एक से 12 तक के सभी शैक्षणिक संस्थानों में एक दिन का अवकाश घोषित किया गया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से बुधवार को टिहरी गढ़वाल, देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, चंपावत, नैनीताल, बागेश्वर, हरिद्वार व ऊधम सिंह नगर के जिलाधिकारियों को एक पत्र भेजा गया। इसमें कहा गया है कि कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है। एक अगस्त को जिला चंपावत, नैनीताल व ऊधमसिंह नगर में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा और कहीं-कहीं वर्षा के अति तीव्र से अत्यंत तीव्र दौरे होने के आसार हैं, जिससे मैदानी क्षेत्रों में जलभराव और पर्वतीय जनपदों में भूस्खलन होने की आशंका है। ऐसे में विशेष सावधानी बरती जाए। सभी चौकी, थाने आपदा संबंधी उपकरणों व वायरलैस सहित अलर्ट पर रहेंगे। संबंधित अवधि में किसी भी अधिकारी का मोबाइल स्वीच ऑफ नहीं रहेगा। भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालीय क्षेत्रों में किसी भी पर्यटक को आवागमन की अनुमति न दी जाए। भूस्खलन के लिए संवेदनशील मार्गों पर पहले से ही उपकरणों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए।
लोगों की मुश्किल और बढ़ी है। मंगलवार को 103 मार्ग थे, वहीं बुधवार को संख्या बढ़कर 126 हो गई है। सबसे अधिक प्रभावित सीमांत पिथौरागढ़ जिला है। यहां पिथौरागढ़- तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग, एक बार्डर रोड और 23 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं। रुद्रप्रयाग में 10, बागेश्वर में आठ, टिहरी में 11, चंपावत में दो और टिहरी में 11 मोटर मार्ग बंद है। उत्तरकाशी में तीन राज्य मार्ग और छह ग्रामीण मोटर मार्ग, देहरादून में एक राज्य मार्ग और 17 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हैं। अल्मोड़ा में एक राज्य मार्ग, एक अन्य जिला मार्ग और एक ग्रामीण मोटर मार्ग, चमोली में एक मुख्य जिला मार्ग और 22 ग्रामीण मोटर मार्ग, ऊधम सिंह नगर में एक मुख्य जिला मार्ग और 22 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हैं।
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए रेड अलर्ट के चलते एवं आयुक्त गढ़वाल मंडल ने निर्देश दिए हैं कि हरिद्वार और ऋषिकेश में स्थित पंजीकरण केंद्र में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया स्थगित रहेगी। वहीं, जिलाधिकारी यात्रा को लेकर अपने स्तर से निर्णय लेंगे।
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