नैनीताल: उत्तराखंड हाईकोर्ट के तीन नए जज राकेश थपलियाल व पंकज पुरोहित तथा विवेक भारती शर्मा शुक्रवार को औपचारिक रूप से नियुक्त हो गए। राष्ट्रपति की नियुक्ति, केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय के नोटिफिकेशन के बाद नवनियुक्त न्यायाधीशों को राज्यपाल की सहमति पर मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विपिन सांघी की ओर से पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण समारोह में हाईकोर्ट के न्यायाधीशगण, बड़ी संख्या में न्यायिक अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, अधिवक्ता सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए।
चीफ जस्टिस कोर्ट में सुबह दस बजे चीफ जस्टिस विपिन सांघी ने जस्टिस राकेश थपलियाल, पंकज पुरोहित, विवेक भारती शर्मा को शपथ दिलाई। इससे पहले रजिस्ट्रार जनरल अनुज कुमार संगल की ओर से राष्ट्रपति की ओर से जारी नियुक्ति पत्र, केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय के नोटिफिकेशन, राज्यपाल गुरमीत सिंह की ओर से मुख्य न्यायाधीश को शपथ के लिए अधिकृत करने से संबंधित पत्र का वाचन किया। उसके बाद शपथ दिलाई गई।
शपथग्रहण के दौरान समारोह तालियों से गूंज उठा। इस अवसर पर वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा, न्यायमूर्ति रवींद्र मैठाणी, न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा सहित महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर, मुख्य स्थाई अधिवक्ता चंद्रशेखर रावत, वरिष्ठ अधिवक्ता वीबीएस नेगी, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष प्रभाकर जोशी, प्रमुख सचिव न्याय नरेंद्र दत्त, डीएम धीराज गर्ब्याल, एसएसपी पंकज भट्ट सहित पदमश्री अनिल जोशी आदि उपस्थित थे।
इन अधिवक्ताओं व रजिस्ट्रार जनरल को सितंबर 2020 में जज बनाये जाने की संस्तुति उत्तराखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली कॉलिजियम ने सिफारिश की थी । हाईकोर्ट के कॉलिजियम की संस्तुति संबंधित फाइल अप्रैल 2023 को सुप्रीम कोर्ट पहुंची। सुप्रीम कोर्ट की कॉलिजियम ने हाल ही में इस पर अपनी मुहर लगाते हुए केंद्र सरकार को भेज दी थी।
हाईकोर्ट में लंबे समय से जजों के पद रिक्त चल रहे हैं । जिन्हें भरे जाने की मांग हाईकोर्ट के अधिवक्ता कर रहे थे। सीनियर अधिवक्ता राकेश थपलियाल मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के जबकि अधिवक्ता पंकज पुरोहित गोपेश्वर चमोली जिले के मूल निवासी हैं। थपलियाल 2014 से केंद्र सरकार के उच्च न्यायालय में असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल के रूप में कार्य कर रहे हैं जबकि अधिवक्ता पुरोहित पूर्व में उप महाधिवक्ता रह चुके हैं।दोनों अधिवक्ता राज्य बनने के बाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं।
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