आम आदमी पार्टी के गढ़वाल मीडिया प्रभारी रविंद्र सिंह आनंद ने आज आम आदमी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को बने हुए पूरे 22 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन इन 22 सालों के बावजूद भी उत्तराखंड को अभी तक स्थाई राजधानी नहीं मिल पाई है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण को लेकर, चाहे कांग्रेस रही हो या फिर भारतीय जनता पार्टी, दोनों ही दलों ने इस प्रदेश में राज किया है, लेकिन हमेशा ही गैरसैंण को लेकर उन्होंने प्रदेश की जनता के साथ गैर व्यवहार किया है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के शहीदों ने राज्य के लिए कई सपने देखे थे जिनमें से एक सपना गैरसैंण का भी था लेकिन यह सपना आज तक साकार नहीं हो पाया है। रविंद्र आनंद ने आगे कहा कि बीजेपी और कांग्रेस ने इस मुद्दे को सिर्फ राजनीति तक ही सीमित रखा जबकि गैरसैंण उत्तराखंड की जनता की भावनाओं के अनुरूप एक मुद्दा है। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी ने 8 जून 2020 को गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया, जो सिर्फ सुर्खियां बटोरने के लिए और वाहवाही बटोरने के लिए बीजेपी का एक स्टंट मात्र था। उत्तराखंड में 2 विधानसभा बनाने के बावजूद भी राज्य को आज तक स्थाई राजधानी नहीं मिल पाई इससे बड़ा दुर्भाग्य इस प्रदेश का कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने आगे कहा कि अब हरीश रावत भी इस मुद्दे को दोबारा हवा दे रहे हैं जबकि उनकी भी सरकार इस प्रदेश में 10 वर्ष रही है जबकि बीजेपी का अब तीसरा कार्यकाल है लेकिन अभी भी गैरसैंण के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को शहीद स्थल पर जाकर इस प्रदेश पर अपनी जान कुर्बान करने वाले शहीदों से माफी मांगनी चाहिए, और प्रदेश को स्थाई राजधानी देने का वादा पूरा करना चाहिए।अगर जल्द ही राज्य सरकार स्थाई राजधानी घोषित नहीं करती तो आने वाले दिनों में आम आदमी पार्टी प्रदेश स्तर पर स्थाई राजधानी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करेगी जिसकी पूर्ण ज़िम्मेदारी सरकार की होगी।
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