मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बदायूं जिले में बायोगैस प्लांट के साथ 400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी। दातागंज के गांव सैजनी में आयोजित कार्यक्रम में एचपीसीएल के बायोगैस प्लांट का उद्घाटन किया। इस मौके पर 44 नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। मंच पर मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे। उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री योगी ने भारत माता की जय और जय श्रीराम के नारे से अपना संबोधन शुरू किया। बायोगैस प्लांट के लिए पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त कर बदायूं वासियों को बधाई दी। अयोध्या के राम मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि 500 वर्षों का इंतजार समाप्त हुआ। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम था ही, भारत के गौरव की भी प्राण प्रतिष्ठा हुई है। यही रामराज्य है। जब सरकारें अच्छी होती हैं, तो आस्था का सम्मान होता है।
उन्होंने कहा कि बदायूं जनपद के दातागंज में बायोगैस प्लांट का उद्घाटन पीएम मोदी के विजन को धरातल पर उतारकर नई शुरुआत है। बायोगैस प्लांट किसानों की समृद्धि, युवाओं के रोजगार और पर्यावरण रक्षा का नया माध्यम बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बरेली, सीतापुर, बहराइच समेत प्रदेश के आठ जिलों में बायोगैस प्लांट लगाए जा रहे हैं। इस अवसर पर इन जिलों में बायोगैस प्लांट का शिलान्यास किया गया है। हर प्लांट के लिए 50 एकड़ जमीन चाहिए। 100 युवाओं को नौकरी मिलेगी। किसानों की आय दोगुनी होगी। प्लांट में गैस के साथ कंपोस्ट बनेगा। जिसे हम वेस्ट कहते हैं, यही अब वेल्थ बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नए भारत का नया उत्तर प्रदेश दिखाई दे रहा है। समृद्धि है तो सुरक्षा भी है। सुशासन है तो सुव्यवस्था भी है। उन्होंने कहा कि सात वर्ष पहले सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होता था। प्रदेश में लोग नहीं आते थे। बहन-बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थी। पहचान और सुरक्षा का संकट था। सात वर्षों में कोई दंगा नहीं हुआ है। जो प्रदेश पहले दंगा प्रदेश था, वही अब उत्सव प्रदेश बन गया है। कहीं रामोत्सव हो रहा है, कहीं दीपोत्सव तो कहीं होली उत्सव। त्योहारों से जुड़कर लोग आनंदित हो रहे हैं। गंगा एक्सप्रेसवे का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बदायूं से लखनऊ की दूरी तीन घंटे में पूरी हो जाएगी। चार साढ़े चार घंटे प्रयागराज तो तीन घंटे में दिल्ली पहुंचेंगे।
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