उत्तर प्रदेश:- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट पर चर्चा के दौरान कई महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा की। करीब दस ऐसी योजनाएं महापुरुषों को समर्पित करते हुए सीएम ने कहा कि यह पहल उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर और समरस समाज की दिशा में नई ऊंचाई देगी। इन योजनाओं से कृषि, उद्योग, शिक्षा और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में विकास होगा। साथ ही रोजगार सृजन, महिला सशक्तीकरण और बौद्धिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। भक्ति और समर्पण का प्रतीक माता शबरी के नाम पर कृषि मंडियों में कैंटीन और विश्रामालय की स्थापना से किसानों और श्रमिकों को सस्ते दर पर भोजन व आराम की सुविधा मिलेगी। सरकार ने अयोध्या में भी शबरी के नाम पर भोजनालय बनाया है।
हर परिवार से न्यूनतम एक व्यक्ति को रोजगार से जोड़ने के लिए जनपदीय आर्थिक क्षेत्र रोजगार जोन के रूप में बड़ा एलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद की विशेषताओं और संभावनाओं को देखते हुए 100 एकड़ में पीपीपी मॉडल पर इसका विकास किया जाएगा। यह अनूठी पहल देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल को समर्पित होगी। कामकाजी महिलाओं के लिए वाराणसी, मेरठ, प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर नगर, झांसी और आगरा में वर्किंग वुमेन हॉस्टल बनेंगे। सांस्कृतिक पुनर्जागरण की अग्रदूत रहीं अहिल्याबाई के नाम पर ये हॉस्टल उनके 300वें जयंती वर्ष में अर्पित किए जाएंगे। रानी लक्ष्मीबाई भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की अमर वीरांगना थीं। उनके नाम पर मेधावी बालिकाओं को स्कूटी देने की योजना शुरू की गई है।
मानवता और श्रम की महत्ता का प्रचार करने वाले महान संत कबीरदास के नाम पर 10 टेक्सटाइल पार्क स्थापित होंगे। इससे प्रदेश के कपड़ा उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। पहले लखनऊ- हरदोई में निर्माणाधीन पीएम मित्र पार्क को भी योगी कैबिनेट ने संत कबीर को ही समर्पित किया था। समाज में समानता और श्रम की प्रतिष्ठा के पक्षधर संत रविदास के नाम पर प्रदेश में दो लेदर पार्क स्थापित किए जाएंगे, जिनमें से एक आगरा में होगा। यह योजना चर्म उद्योग को नई दिशा देने के साथ-साथ हजारों कारीगरों और श्रमिकों को रोजगार देगी।
पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न चौधरी चरण सिंह के नाम पर लखनऊ में सीड पार्क स्थापित किया जाएगा, जिससे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज और कृषि संबंधी संसाधन उपलब्ध होंगे। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मशताब्दी वर्ष मना रही सरकार ने अटल जी के नाम पर प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में पुस्तकालय बनाने के लिए भी बजटीय प्रावधान किया है।
भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर समाज कल्याण छात्रावासों के पुनर्निर्माण और नव निर्माण की योजना से दलित, पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को शिक्षा में सहायता मिलेगी। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के 150 वें जन्मवर्ष को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मना रही सरकार ने मिर्जापुर और सोनभद्र में उनके नाम पर दो जनजातीय संग्रहालय स्थापित करने की योजना बनाई है। इसके लिए बजट में धनराशि का प्रावधान किया गया है।
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार 12 लाख सरकारी नौकरी देने के संकल्प को…
उत्तराखंड:- मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक मामले में पांच सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया गया है।…
पाकिस्तान :- पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक कर ली गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बलूचिस्तान के…
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज वाडिया इंस्टीट्यूट में जलवायु परिवर्तन एवं नवीकरणीय ऊर्जा "चुनौतियाँ और…
हिमाचल प्रदेश:- हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को स्वैच्छिक तौर पर ड्रेस कोड…
देहरादून:- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज चार हेली सेवाओं का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ…