देहरादून: अभी कोरोना का खौफ कम नहीं हुआ है लेकिन लोग फिर भी बेखौफ बने हुये हैं। अक्सर देखा जा रहा है कि लोगों ने मास्क पहनना छोडऋ दिया है वहीं भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सोश डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अब फिर कोरोना की चौथी लहर के खतरे को भांपते हुये उत्तराखंड सरकार जल्द ही अन्य राज्यों से उत्तराखण्ड आने वाले लोगों की कोरोना जांच कराने का फैसला ले रही है । वहीं सरकार द्वारा टेस्टिंग की क्षमता को भी दो गुना बढ़ाने का फैसला लिया गया है। आपको बता दें कि तापमान बढ़ने के साथ ही दिल्ली-यूपी सहित पड़ोसी राज्यों से भारी तादाद में पर्यटक उत्तराखंड आते है।
ऐसे में उत्तराखंड में भी कोरोना मामले में इताफा होने के अंदेशे को नजरअन्दाज नहीं किया जा सकता। लिहाजा उत्तराखण्ड सरकार बॉर्डर पर ही पर्यटकों और यात्रियों की कोरोना जांच शुरू करने का फैसला ले सकती है। गौरतलब है कि मई महीने से चारधाम यात्रा भी शुरू होने वाली है ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए कोरोना जांच अनिवार्य की जा रही है।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना की संभावित लहर के पेशेनजर अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं हों । वहीं मैनपावर पर भी खासतौर से ध्यान रखा जाये। सीएम ने 12 से 14 वर्ष के आयु के बच्चों के टीकाकरण में तेजी लाने व जन जागरूकता अभियान शुरू करने को भी कहा।
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह ने कहा कि गुरुवार को वे स्कूलों में भी वैक्सीनेशन शुरू करने के लिए बैठक करेंगे, इसके लिए अभिभावकों का भी मशविरा लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा के मद्देनजर पूरे रूट पर स्वास्थ्य केंद्रों में पुख्ता व्यवस्थाएं करने के निर्देश भी दिए हैं।
उत्तराखंड में पहली व दूसरी डोज लगभग शत-प्रतिशत लोगों को लग चुकी है, अब बूस्टर डोज के साथ ही 12 वर्ष से अधिक उम्र वालों के टीकाकरण पर विशेष फोकस किया जा रहा है। विभागीय अफसरों को अस्पतालों में सभी तैयारियां भी पूरी करने के निर्देश दिए।
पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री
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