देर रात हल्द्वानी में तेज वर्षा के चलते उफनाया कलसिया नाला, 29 साल बाद दिखा सैलाब का मंजर

 हल्द्वानी:-  हल्‍द्वानी में गुरुवार देर रात हुई बारिश  के बाद कलसिया नाला उफान पर आ गया। बादल फटने जैसे हालात देखकर लोग घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्‍थान खोजने लगे।  खतरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और नाले के किनारे 20 से अधिक घरों को खाली कराया। इधर देर रात जीएसटी कार्यालय के पास नाले में एक बुलेट बह गई। बुलेट तो बरामद हो गई, लेकिन युवक का अभी तक पता नहीं चल पाया है।पहाड़ों पर ज्यादा बारिश होने से कलसिया नाला अक्‍सर उफान पर आ जाता है। पुल के नीचे करीब 60 से ज्‍यादा परिवार रह रहे हैं। बरसात में लोगों को खतरा है इसलिए प्रशासन ने पहले ही घर खाली करवाने के नोटिस लोगों को थमा दिए थे, लेकिन लोग घर छोड़ने को तैयार नहीं हुए।

गुरुवार को हल्‍द्वानी में देर रात बारिश हुई। व‍हीं पहाड़ों पर भी बारिश होने से कलसिया नाला उफान पर आ गया और घरों के अंदर घुस गया। हर तरफ चीख पुकार मच गई, लोग जान बचाने को इधर उधर भागते रहे। सूचना पर सिटी मजिस्‍ट्रेट एपी वाजपेयी, एसडीएम परितोष वर्मा, तहसीलदार सचिन कुमार, काठगोदाम एसओ विमल मिश्रा और चौकी इंचार्ज फ‍िरोज आलम राहत और बचाव कार्य में जुट गए। लोगों को इंटर कॉलेज में शरण दी गई है।

देर रात नाले का पानी कम हो गया था, लेकिन पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर डटी रही। वहीं देवखड़ी नाला पार करते वक्‍त बुलेट सवार काठगोदाम निवासी आकाश बह गया। बुलेट तो कुछ दूरी पर मिल गई, लेकिन युवक का पता नहीं चल पाया। आकाश के तीन बेटे हैं, वहीं पत्‍नी गर्भवती है। देर रात विधायक सुमित हृदयेश भी कलसिया और देवखड़ी नाले के पास पहुंचे। उन्‍होंने लोगों से सतर्क रहने की अपील की।भीमताल के जंगलियागांव में भूस्खलन के कारण गांव को जाने वाली सड़क बंद हो गई, जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

लोक निर्माण विभाग ने कुछ घंटों बाद मार्ग को खोल दिया। ग्राम प्रधान राधा कुल्‍याल ने बताया कि पहले भी लोक निर्माण विभाग से इस मार्ग पर हो रहे भूस्खलन से बचाव के लिए सुरक्षात्म कार्य करने की मांग की गई थी। लेकिन विभाग द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। इसी कारण हल्की बरसात में भी भूस्खलन हो रहा है। गौला नदी का जलस्‍तर भी गुरुवार रात बढ़ गया था। अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार के पास गौला नदी में काम कर रही तीन पोकलैंड नदी में फंस गई। जिन्‍हें बाद में सुरक्षित बाहर निकाला जा सका।

लेखक के बारे में

Uttarakhand Jagran http://uttarakhandjagran.co.in

हम आपके आस-पास की खबरों और विचारों के लिए एक विश्वसनीय मार्गदर्शक के रूप में काम करेंगे। हम सकारात्मक प्रभाव पैदा करने के लिए देश और समाज से जुड़ी खबरें और सूचनाएं परोसेंगे। हमारी टीम डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से ऑनलाइन प्रकाशन का काम करती है।

संपर्क - गोवर्धन प्रसाद मनोरी
मोबाइल नंबर - +91-9548276184

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours