बागेश्वर: कपकोट में उत्तर भारत हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की सुरंग के ऊपर भू-धंसाव होने से ग्रामीण दहशत में हैं। ग्रामीणों के अनुसार काफी मात्रा में पानी का भी रिसाव हो रहा है। रास्ते के नीचे बड़ा गड्ढा बन गया है। घुघुलेख गांव को खतरा पैदा हो गया है। तहसील प्रशासन और उत्तर भारत की टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण कर लिया है। भू-वैज्ञानिकों से जांच कराने का निर्णय लिया है।
पानी के रिसाव से दहशत में ग्रामीण
वहीं बीते दिन को कपकोट में उत्तर भारत हाइड्रो पावर की सुरंग के ऊपर खारबगड़ के समीप सुरंग के ऊपर और नाचती इंटर कॉलेज के रास्ते के ठीक नीचे की भूमि धंसने लगी। भारी मात्रा में पानी का रिसाव भी होने लगा। घुघुलेख के ग्रामीण दहशत में आ गए। महिलाएं, बच्चे और पुरुष घटना स्थल पहुंच गए।
भारी मात्रा में पानी निकलने से लगभग 500 आबादी को खतरा
ग्रामीण हयात सिंह बड़ती ने उत्तर भारत हाइड्रो पावर कंपनी को सूचना दी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने जिलाधिकारी को फोन किया। उन्होंने कहा कि टनल के ऊपर की जमीन धंस रही है। भारी मात्रा में पानी भी निकल रहा है।
इससे लगभग 500 की आबादी को खतरा हो गया है। जिलाधिकारी विनीत कुमार ने एसडीएम कपकोट को निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कानूनगो त्रिभवुन नेगी टीम के साथ वहां पहुंची। एसडीएम पारितोष वर्मा ने बताया कि भू-धंसाव और पानी का रिसाव हो रहा है। हाइड्रो पावर कंपनी को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
2016 में बनी थी सुरंग
हाइड्रोपावर के अधिकारी कमलेश जोशी ने बताया कि 2016 में सुरंग बन गई थी। छह वर्ष बाद भू-धंसाव की समस्या नहीं हो सकती है। पास में ही एक सड़क भी बन रही है। यह जांच का विषय है। भू-वैज्ञानिकों की टीम बुलाई गई है। उसके बाद ही रिसाव सुरंग से हो रहा है या फिर अन्य कारण हैं। उसका पता चल सकेगा। गांव की सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
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