बागेश्वर:- बागेश्वर जिले में हत्याकांड की एक ऐसी खबर सामने आई है, यह घटना एक महिला व उसके तीन बच्चों की हत्या की है जिसने बागेश्वर जिलेभर में सनसनी फैला दी है। जिले में पहली बार हुए इस हत्याकांड से हर कोई स्तब्ध है। बागेश्वर जिला मुख्यालय के नजदीक जोशीगांव में एक मकान से एक विवाहिता और उसके तीन बच्चों के सड़े-गले शव बरामद हुए हैं। मृतकों में एक 5-6 महीने का बच्चा भी है। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। इधर घर के दरवाजे अंदर से बंद होने के आधार पर पुलिस इस मामले को प्रथम दृष्टया खुदकुशी मान रही है।
बीती शाम पुलिस को जिला मुख्यालय से साढ़े चार किमी दूर जोशीगांव में एक मकान से बदबू आने और दरवाजे अंदर से बंद होने की सूचना मिली। एसपी हिमांशु कुमार वर्मा, एसडीएम हर गिरी, सीओ अंकित कंडारी, कोतवाल कैलाश सिंह नेगी दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस की पड़ताल में पता चला कि मकान में कपकोट के भनार गांव के मूल निवासी भूपाल राम का परिवार रहता था। घर के भीतर भूपाल राम की पत्नी नीमा देवी, पुत्री अंजलि, पुत्र कृष्णा ,पुत्र भाष्कर के शव होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने चारों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया।
सीओ अंकित कंडारी के अनुसार शवों पर कहीं किसी तरह की चोट के निशान नहीं हैं। शव कई दिन पुराने होने की आशंका जताई जा रही है। भूपाल राम कई महीने से लापता बताया जा रहा है। जोशीगांव निवासी गोविंद सिंह बिष्ट का मकान गांव के अन्य मकानों से हटकर था। बृहस्पतिवार को गांव के कुछ लोग इस मकान के पास से गुजरे तो उनको बदबू महसूस हुई। इसकी चर्चा गांव में हुई तो ग्रामीण मौके पर पहुंचे। घर के दोनों दरवाजे भीतर से बंद थे। कमरों से बदबू आ रही थी। इसके बाद लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी और जब पुलिस पहुंची तो घर से तीन बच्चों समेत चार शव बरामद हुए। स्थानीय लोगों के अनुसार भूपाल राम लकड़ी के बर्तनों के साथ ही ढोल, दमाऊ बनाने का काम करता था। उसकी बड़ी लड़की की शादी हो गई थी। वह काफी समय से घर से लापता था।
पुलिस के अनुसार भूपाल राम के खिलाफ बागेश्वर कोतवाली में धोखाधड़ी का केस दर्ज था। गिरफ्तारी के डर से वह घर से फरार रहता था। यह भी मालूम हुआ है कि पुलिस से बचकर कभी-कभार घर में उसका आना-जाना होता था। पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी। पुलिस के अनुसार भूपाल राम धोखेबाज किस्म का व्यक्ति है। उसने कई लोगों से ठगी की है। उसी की वजह से वह लोगों और पुलिस से छिपता फिरता था। वर्तमान में भी वह फरार है।
एक परिवार के तीन बच्चे और महिला के शव मिलने की सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार वर्मा, सीओ अंकित कंडारी, एसडीएम हरगिरी आदि घटना स्थल पहुंचे। शवों से तेज दुर्गंध आ रही थी। चारों शवों को मोर्चरी लाया गया है।
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