केदारनाथ धाम में विभिन्न मांगों को लेकर तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है इससे पहले तीर्थ पुरोहितों ने 16 सितंबर को केदारनाथ से लेकर यात्रा मार्ग पर सभी प्रतिष्ठान बंद रखे थे इसके बाद आज से तीर्थ पुरोहितों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है आमरण अनशन पहले संदीप सेमवाल और रमेश चंद्र तिवारी ने शुरू किया है। जबकि अन्य तीर्थ पुरोहित कर्मिक अनशन पर बैठे हैं। तीर्थ पुरोहित और स्थानीय लोगों का आरोप है कि 2013 की बाद से स्थानीय लोगों और तीर्थ पुरोहितों को भवन नहीं दिए जा रहे हैं साथ ही जो पुराने भवन खड़े हैं उनसे भी छेड़छाड़ की जा रही है ऐसी ही कई मांगों को लेकर तीर्थपुरोहितो और स्थानीय लोगों ने अनशन शुरू कर दिया है।
आपको बता दें कि तीर्थ पुरोहितों की मांग है कि 2013 की आपदा में बहे भवनों के स्थान पर बनाए गए नए भवनों को तीर्थ पुरोहितों को दिया जाए इसके साथ ही तीर्थ पुरोहित समाज और केदारनाथ के स्थानीय लोगों को भूमि का अधिकार भी दिया जाए और केदारनाथ में चल रहे कार्यों मैं तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों की राय ली जाए वही केदारनाथ मंदिर के भीतर लगे सोने की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहित आमरण अनशन पर बैठे हैं। तीर्थ पुरोहित समाज के लोगों का कहना है की जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती हैं, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। अपनी मांगों को लेकर वह किसी भी हाल में पीछे नहीं हटेंगे। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा की जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती हैं, उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार यह स्थिति स्पष्ट करें कि कब तक तीर्थ पुरोहितों को भूमिका अधिकार दिया जाएगा और जो भवन बनाए गए हैं उनको कब तक तीर्थ पुरोहितों को दिया जाएगा उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानेगी कब तक आंदोलन जारी रहेगा।
+ There are no comments
Add yours