नोएडा में किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार को ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर महापंचायत हुई। महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत को शामिल होना था। हालांकि उन्हें टप्पल में रोक लिया गया। महापंचायत के मंच से गिरफ्तार किसानों को एक घंटे में रिहा करने की मांग गई। ऐसा नहीं करने पर किसानों ने दिल्ली कूच करने की चेतावनी दी। किसानों से हुई वार्ता के बाद पुलिस और प्रशासन झुक गया। शाम को गिरफ्तार किए गए 123 किसानों को बिना शर्त रिहा कर दिया गया। रिहाई के बाद किसानों ने जीरो प्वाइंट पर धरना जारी रखने का फैसला लिया। बृहस्पतिवार को बैठक कर किसान नोएडा या ग्रेटर नोएडा में धरना शुरू करने का फैसला लेंगे।
जिले के किसान 10 प्रतिशत विकसित भूखंड, 64.7 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा, किसानों के हित में हाई पावर कमेटी की सिफारिशों को लागू करने, नए भूमि अधिग्रहण लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। अलग-अलग संगठनों ने संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आंदोलन शुरू किया। दो दिसंबर को दिल्ली कूच करने का प्रयास किया था। जहां किसानों को दलित प्रेरणा स्थल पर रोक दिया गया। प्रशासन से वार्ता के बाद किसानों ने दलित प्रेरणा स्थल के अंदर धरना शुरू कर दिया। मंगलवार को पुलिस ने बलपूर्वक धरना समाप्त कराकर 123 किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर महापंचायत बुलाई थी। बुधवार सुबह से ही महापंचायत में किसान पहुंचने लगे। दोपहर 12 से 1 बजे के बीच बड़ी तादाद में किसान वहां पहुंच गए। लेकिन राकेश टिकैत को टप्पल में पुलिस ने रोक दिया। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने महापंचायत शुरू की। मंच से गिरफ्तार किसानों को रिहा करने और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को धरना स्थल तक पहुंचने की मांग की।
चेतावनी दी कि अगर एक घंटे में मांग पूरी नहीं की तो सभी किसान दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। करीब दो घंटे तक पुलिस और किसानों के बीच वार्ता चली। दोपहर करीब तीन बजे पुलिस-प्रशासन ने गिरफ्तार किसानों को एक घंटे में रिहा करने का आश्वासन दिया। शाम करीब 4 बजे सुखबीर खलीफा, पवन खटाना, सुनील फौजी, विकास जतन भाटी, बॉबी नागर, सुभाष चौधरी, अमन ठाकुर, रुपेश वर्मा समेत 123 किसानों को रिहा कर दिया गया। रिहाई के बाद सभी किसानों ने जीरो प्वाइंट पर धरना शुरू कर दिया। इस बीच प्रशासन ने वार्ता की, लेकिन सफल नहीं हो सकी। मोर्चा के प्रवक्ता सुनील फौजी ने बताया कि रात में जीरो प्वाइंट पर धरना जारी रहेगा। बृहस्पतिवार को संयुक्त किसान मोर्चा फिर पंचायत कर धरना स्थल पर फैसला लेगा। धरना जीरो प्वाइंट या दलित प्रेरणा स्थल पर चलेगा। मांग पूरी होने के बाद ही आंदोलन समाप्त होगा।
रिहा होने के बाद फूलमाला पहनाकर किया स्वागत
जेल से रिहा होने के बाद सभी किसान धरना स्थल पर पहुंचे। रिहा हुए किसानों को कंधों पर बैठाकर सभी को महापंचायत स्थल पर ले जाया गया। मौके पर फूलमाला पहनाकर सभी का स्वागत किया गया।
पहली बार महिला किसान ने महापंचायत को किया संबोधित
किसानों का आंदाेलन लंबे समय से चल रहा है। कई बार महापंचायत व पंचायतें भी हुई, लेकिन बुधवार की महापंचायत को महिला किसान बबली शर्मा ने संबोधित किया। अपने संबोधन में बबली ने पुलिस प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक महिलाएं भी आंदोलन में टिकी रहेंगी।
पुलिस बल के साथ डटे रहे अधिकारी
किसानों की महापंचायत को लेकर पुलिस के अफसर अलर्ट रहे। महापंचायत स्थल पर पीएसी, पुलिस बल के साथ कमांडो और स्वाट टीम को तैनात किया गया। अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा व बबलू कुमार, डीसीपी महिला सुरक्षा सुनीति, डीसीपी ग्रेनो साद मियां खान के अलावा यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र सिंह, एडीएम अतुल कुमार व मंगलेश दुबे ने मोर्चा संभाले रखा। वहीं किसानों के अलावा अन्य वाहनों को धरना स्थल की तरफ नहीं जाने दिया गया।
हरियाणा और पंजाब से भी पहुंचे किसान
महापंचायत में यूपी के अन्य जिलों समेत पंजाब और हरियाणा से भी किसान पहुंचे। बड़ी संख्या में किसानों के आने के कारण कई रास्तों पर यातायात बाधित रहा। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर भी लोगों ने अपनी गाड़ियां खड़ी कर दीं। जिससे एक लेन बाधित रही।
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