जसूर (कांगड़ा):- नूरपुर कस्बे में विभिन्न वार्डों में स्ट्रीट लाइटों के लिए पोल (लोहे के खंभे) लगाए जाने एवं उनको अचानक हटा दिए जाने का मामला लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। जानकारी के अनुसार दो दिन पहले ये पोल किसी ठेकेदार की फर्म ने स्थापित किए थे। लेकिन जब लोगों ने पाया कि यह खंभे सरकार के जल शक्ति विभाग के हैं और स्ट्रीट लाइटों के लिए सरकारी पोल कैसे बन गए। वहीं इस संबंध में नगर परिषद नूरपुर के कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा से पुष्टि की गई तो उन्होंने कहा कि अभी किसी फर्म को स्ट्रीट लाइटों के खंभों को लगाने के वर्क ऑर्डर जारी नहीं किए गए हैं। इसके लिए अभी कोटेशन बुलाने की प्रक्रिया चल रही है। वहीं जल शक्ति विभाग के एसडीओ दविंद्र राणा से इन विभागीय खंभों के निजी फर्म की ओर से प्रयोग करने की घटना के बारे में जानना चाहा कि विभाग के पोल निजी ठेकेदार के पास कैसे पहुंच गए। उन्होंने कहा कि खंभे उनके अंतर्गत किसी भी स्टोर से नहीं लिए गए हैं। वहीं जल शक्ति विभाग के एक्सियन अमित डोगरा का कहना है कि स्टोर का समान मुख्य एसडीओ या जेई के स्तर पर ही जारी होता है। वहीं कस्बे में लोगों में इस बात को लेकर कोतुहल है कि यह पोल जल शक्ति विभाग के किस स्टोर से उठाए गए हैं। वहीं मामले ने तूल पकड़ने के बाद अब यह पोल स्थापित जगह से गायब हो गए हैं। नगर परिषद नूरपुर के अनुसार किसी प्रकार के स्ट्रीट लाइट पोल लगाने के आदेश जारी नहीं किए गए हैं।
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