आयुष्मान योजना कार्ड से उत्तराखंड में करीब 8 लाख लोगों का  हुआ मुफ्त उपचार, राज्य सरकार ने की 15 अरब से अधिक की राशि खर्च

देहरादून:- उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाएं वक्त के साथ सुदृढ़ होती जा रही है। उत्तराखंड की धामी सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को आमजन तक पहुंचाया जा रहा है। वहीं सरकार द्वारा चलाई जा रही आयुष्मान योजना का आमजन को भरपूर लाभ मिल रहा है। प्रदेश में योजना शुरू होने के बाद से लेकर अब तक 51.44 लाख लोग के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। जबकि 8.28 लाख से अधिक लाभार्थी मरीजों को इस योजना के अंतर्गत निशुल्क उपचार की सुविधा मिल चुकी है। जिस पर राज्य सरकार ने 15 अरब से अधिक की राशि खर्च की है।  आयुष्मान योजना गांव-गांव तक पहुंच रही है जिससे लोगों को स्वास्थ्य से लेकर बेहतर सुविधाएं मिल रही है।

प्राधिकरण के नवनियुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि आयुष्मान योजना का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। योजना के अंतर्गत लाभार्थी मरीजों का निशुल्क इलाज देने के लिए 120 सरकारी व 139 निजी अस्पताल सूचीबद्ध हैं। राज्य के आखिरी छोर के व्यक्ति तक इस योजना का लाभ पहुंचे इसके लिए   की ओर से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए हर अंतराल बाद अभियान व जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिसके परिणामस्वरूप अभी तक 51 लाख 44 हजार लोग के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। बताया कि योजना की बेहतरी के लिए सरकार की ओर से भी निर्देश प्राप्त हो रहे हैं।

आयुष्मान के तहत मुफ्त उपचार सेवा में अभी तक 1554 करोड़ की राशि व्यय की जा चुकी है। योजना को लेकर कहा गया कि इस योजना के अंतर्गत मरीजों को निशुल्क उपचार की सुविधा प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं। सुविधा को और अधिक सुगम बनाया जा रहा है।

लेखक के बारे में

Uttarakhand Jagran http://uttarakhandjagran.co.in

हम आपके आस-पास की खबरों और विचारों के लिए एक विश्वसनीय मार्गदर्शक के रूप में काम करेंगे। हम सकारात्मक प्रभाव पैदा करने के लिए देश और समाज से जुड़ी खबरें और सूचनाएं परोसेंगे। हमारी टीम डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से ऑनलाइन प्रकाशन का काम करती है।

संपर्क - गोवर्धन प्रसाद मनोरी
मोबाइल नंबर - +91-9548276184

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours