चरखी दादरी:- नेशनल हाईवे-334 बी पर गोरक्षक टीम ने गोवंश से भरा कैंटर पकड़ा है। इसमें टीम को 16 गोवंश मिले। इनमें से दो गायों की मौत हो चुकी थी। फिलहाल, टीम ने गोवंशों को मुक्त कर दिया। अचीना चौकी पुलिस को चालक व गाड़ी मालिक के खिलाफ शिकायत दी गई है। दूबलधन गोशाला से मोनू व उनके साथी सुबह चार बजे अचीना टोल के पास थे। उसी दौरान दादरी से रोहतक क्षेत्र नंबर प्लेट का एक कैंटर आया। टोल कटवाने के लिए रुका तो इसमें से गायों के रंभाने व पैर मारने की आवाज आई। बाद में उन्होंने चालक से पूछा, लेकिन, टोल कटने के कारण आरोपी वहां से गाड़ी लेकर भाग गया। तभी गोरक्षक टीम को कैंटर में गोवंश होने का संदेह हुआ। उन्होंने टोल कर्मी प्रवीण व साथियों के साथ कैंटर का पीछा किया। टोल से करीब दो किलोमीटर दूरी तक उन्होंने गाड़ी का पीछा किया। रोकने की कोशिश भी की। साथ ही डायल 112 टीम को भी इसकी सूचना दी गई। अचीना चौकी पुलिस भी उसी दौरान आ गई और पीछा किया।
गोरक्षक टीम ने दो किलोमीटर दूरी पर कैंटर के आगे गाड़ी चलाई और एक ड्रम गाड़ी के आगे डाल दिया। तब चालक चलती गाड़ी से उतरकर खेतों में भाग गया और गाड़ी कुछ दूर जाकर रुक गई। टीम ने आरोपी का पीछा किया, लेकिन, अंधेरा होने के कारण आरोपी भागने में सफल रहा। बाद में टीम ने पुलिस की मौजूदगी में कैंटर खोला तो इसमें 16 गोवंश मिले। टीम ने एक-एक कर सभी गोवंश को नीचे उतारा। इस दौरान दो गायें मृत पाई गईं। अन्य 14 गोवंशों को अचीना गोशाला में छोड़ा गया है।
गोरक्षक टीम ने अचीना चौकी पुलिस को चालक व गाड़ी मालिक के खिलाफ शिकायत दी है। इसके आधार पर पुलिस ने गाड़ी कब्जे में ले ली और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। गोरक्षक टीम को संदेह है कि आरोपी दादरी से मेवात गोवंश तस्करी करने जा रहा था। अगर उन्होंने पीछा नहीं किया होता तो सभी गोवंश कत्लखाने पहुंचते। अब टीम की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है।
"चरखी दादरी: गोरक्षक टीम को मिली कामयाबी, दो मृत और 14 जीवित गोवंश बरामद"
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