देहरादून:- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति और आपदा राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने और प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित कर लिया जाय कि प्रभावितों को रहने खाने एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूर्ण उपलब्धता हो। फूड पैकेट की पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए। पेयजल के साथ ही बच्चों को दूध की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। आवश्यकता पड़ने पर हेलीकाप्टर से भी खाद्य सामग्री भेजी जाए।
जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी की निकासी जल्द की जाए। जल जनित रोगों से बचाव के लिए भी सभी आवश्यक व्यस्थाएं की जाय। सभी संबंधित विभाग प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का आकलन कर लें। बारिश से पेयजल, विद्युत, सड़क एवं अन्य व्यवस्थाएं जो प्रभावित हुए हैं, उन्हें शीघ्र सुचारू किया जाय। सभी विभागीय सचिव अपने अपने विभागों से संबंधित व्यवस्थाएं देखें और अपने जिला स्तरीय अधिकारियों के निरंतर संपर्क में रहें। प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के साथ ही उनके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग से भी लगातार संपर्क में रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत कार्यों के लिए पर्याप्त बजट है। संसाधनों की कमी नहीं आने दी जाएगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस. एस संधू, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, सचिव आपदा प्रबन्धन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, विनय शंकर पांडेय, विभिन्न विभागों के सचिव, अपर सचिव एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। सीएम धामी ने कहा कि हरिद्वार के साथ ही प्रदेश में जिन भी इलाकों में जलभराव की स्थिति है उन जगहों पर लोगों को फ़ूड पैकेट उपलब्ध कराए जाएं।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी विभागों से आपदा रहात कार्यों की जानकारी लेने के बाद कहा कि सभी विभाग अलर्ट मोड पर हैं। इसके साथ ही उन्होंने सभी विभागों को आपस में तालमेल बनाकर चलने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने राहत-बचाव कार्यों में तेजी लाने को कहा है।
उत्तराखंड में बारिश से हालात बद से बदतर हो रही है जिसके मद्देनजर सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि प्रभावितों तक मदद पहुंचाई जा सके आज इसी कड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम का जायजा लिया जहां प्रदेश के मुख्य सचिव समेत आपदा सचिव और संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस वक्त सबसे ज्यादा बुरे हालात हरिद्वार जिले के हैं, जहां कई इलाकों में 8 फुट से 10 फुट जलभराव हो चुका है और उन्होंने आपदा सचिव को निर्देश दिए हैं कि ऐसे इलाकों में जाकर फौरन लोगों को राहत पहुंचाते हुए उन को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाय।
उन्होने कहा कि सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि जो शताब्दी एक्सप्रेस सहारनपुर से देहरादून आ रही थी वह भी जलभराव के कारण देहरादून नहीं पहुंच पा रही जिस कारण उसके तमाम यात्रियों की उचित व्यवस्था के साथ ही हिमाचल में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी किया गया है । उन्होने कहा कि सभी विभागों के सचिवों से इस संबंध में बातचित की गई और अहम निर्देश देते हुए एक्शन मोड पर रहने को कहा है तो वहीं सेना से मदद के साथ ही आपदा प्रबंधन सचिव को हरीद्वार दौरा करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
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