43 साल बाद बिहार अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन की मेजबाजी कर रहा है। इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए देश भर पीठासीन पदाधिकारी विधान मंडल परिसर पहुंचे। वहीं लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला का विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने स्वागत किया। लोकसभा अध्यक्ष आज बिहार विधान मंडल परिसर में 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन का शुभारंभ किया। सभी पीठासीन पदाधिकारियों के साथ तस्वीर खिचवाईं। अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के दौरान संवैधानिक मूल्यों को सुदृढ़ करने में संसद और विधायी निकायों के योगदान’ विषय पर संवाद भी हो रहा। संविधान की 75वीं वर्षगांठ को लेकर विचार-विमर्श के लिए विषय का चयन किया गया है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे आशा है इस विषय पर चर्चा के गंभीर परिणाम होंगे। कुछ एजेंडे ऐसे होने चाहिए जो पूरे देश के लिए एक होने चाहिए। हमें देशव्यापी एजेंडे बनाने चाहिए। देश की अधिकतम राज्य की विधानसभा पेपरलेस हो चुकी है। पूरी तरह से डिजिटल हो रही है। जनता अब एक ही प्लेटफार्म पर विधानसभा और लोकसभा की कार्यवाही देख सकती है।
बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष के अलावा उपाध्यक्ष, उपसभापति, सभी राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष, विधान परिषद् सभापति पटना पहुंच चुके थे। आज ही ओम बिरला संसदीय पद्धति एवं प्रक्रिया के आठवें संस्करण का विमोचन करेंगे। इसके अलावा वह 21 जनवरी को बिहार विधानमंडल परिसर में नेवा (राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन) सेवा का भी शुभारंभ करने जा रहे हैं।
आज के कार्यक्रम के बात करें तो सत्र की शुरुआत सेंट्रल हॉल में विमर्श सभा वेश्म से हुई। विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव अपना संबोधन देंगे। इसके बाद दोपहर में डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई जाएगी। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और डिप्टी सीएम विजय सिन्हा, सम्राट चौधरी भी अपना संबोधन देंगे। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद लोग सभा अध्यक्ष ओम बिरला अपना संबोधन देंगे। इधर, अतिथियों के लिए शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।
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