उत्तराखंड में संविदा आउटसोर्स वाहन चालक संघ ने सूबे के सरकारी महकमे पर एक और संगीन आरोप लगाया है, साथ ही चालक संघ ने इस मामले में मुख्यमंत्री से जल्द ही संज्ञान लेने की मांग करी है, जिससे कर्मचारियों का शोषण बंद हो सके। संविदा आउटसोर्स वाहन चालक संघ ने कहा कि विभिन विभागों में कई ऐसे कर्मचारी है जो सरकारी वाहनों का दुरुपयोग कर रहे हैं।
कर्मचारियों का आरोप है कि अगर किसी सचिव के पास 5 विभाग है तो वह पांचो विभागों के सरकारी वाहनों का इस्तेमाल कर रहा है। जिसमें सरकारी वाहनों को कार्यालय स्टॉप , घर पर ड्यूटी, बच्चों को स्कूल छोड़ना , बाजार से सब्जी लाना , घर के कुत्ते घुमाने जैसा काम करने के लिए कहा जा रहा है, और इन सभी कार्यों का खर्च भी उन अधिकारियों के द्वारा सरकारी खाते से किया जा रहा है। संविदा और शोध वाहन चालक संघ की मांग है कि विभागों शासन और नगर निकायों निगमों में लगे वाहन चालकों के लिए नीति निर्धारित की जाए जिससे कर्मचारी अपने नियमों के अनुसार काम कर सकें। आउटसोर्स वाहन चालक संघ ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन प्रेषित किया है और त्वरित कार्रवाई की मांग की है ।
वहीं दूसरी तरफ इस मामले पर कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ चुकी है। कांग्रेस का आरोप है कि जब सरकार के मंत्री इस बेलगाम अफसरशाही पर अंकुश नहीं लगा पा रहे हैं तो फिर इस तरीके से अधिकारी अपनी मनमर्जी कर रहे जिस पर कर्मचारियों का शोषण हो रहा है। जबकि दूसरी तरफ भाजपा अब भी अपनी सरकार का बचाव करते हुए जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने की बात कर रही है। भाजपा नेता का कहना है कि सरकार में अगर इस तरह का कोई भी मामला आता है तो सरकार उस अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करेगी और कर्मचारियों को न्याय देगी
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