उत्तर प्रदेश

फिरोजाबाद में दर्दनाक घटना, बाथरूम में बेहोश हुए छात्र की मौत के बाद स्कूल स्टाफ फरार

फिरोजाबाद:-  फिरोजाबाद में एलकेजी का छात्र को स्कूल के बाथरूम में बेहोश हो गया। शिक्षकों ने बाथरूम से बाहर निकाला। स्कूल स्टाफ बच्चे को ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचा। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद स्कूल स्टाफ बच्चे को ट्रॉमा सेंटर में छोड़कर फरार हो गया। पुलिस और प्रशासन की टीम ने पहुंचकर सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग देखी और डीवीआर को कब्जे में ले लिया है। बच्चे का मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम भी कराया गया है।

थाना दक्षिण क्षेत्र के दारापुर निवासी मनोज कुमार का 6 वर्षीय बेटा भवदीप बांके बिहारी रिसोर्ट के सामने इंडस्ट्रियल एरिया में संचालित कृष्णा वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में एलकेजी का छात्र था। शुक्रवार को सुबह वह घर से स्कूल पढ़ने के लिए गया था। मध्यान्ह भोजन अवकाश के बाद भवदीप ने बाथरूम गया। जब कुछ देर तक बच्चा बाहर नहीं आया तो शिक्षकों ने दरवाजा खोला।

यहां बच्चा बेहोशी की हालत में मिला। शिक्षिकाएं उस बच्चे को गोद में लेकर कक्षा में लेकर आईं। बच्चे के शरीर में कोई हरकत न होने पर स्कूल स्टाफ बच्चे को ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके बाद परिजनों को घटना की जानकारी दी। जब परिजन ट्रामा सेंटर पहुंचे तो स्टाफ जा चुका था। परिजन स्कूल पहुंचे तो वह भी बंद मिला। वहीं स्कूल प्रबंधक अजीत यादव का कहना है कि वह मौके पर नहीं थे। छात्र को तकलीफ होने पर स्कूल का स्टाफ ही उपचार के लिए तत्काल प्राइवेट ट्रॉमा सेंटर लेकर गए थे।

बच्चे के ताऊ राजकिशोर ने बताया कि वह प्रतिदिन चंदन का तिलक लगाकर जाता था। वह स्कूल वैन से स्कूल गया था। वह पिता की इकलौती संतान था। बच्चे के पिता मनोज प्राइवेट स्कूल में शिक्षण कार्य कराते थे। बेटे की मौत के बाद मां रुबी यादव और पिता सहित परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है।

घटना की जानकारी होते ही एसडीएम सतेंद्र सिंह, बीएसए आशीष पांडेय, नगर शिक्षाधिकारी उपेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस की मौजूदगी में सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग देखी। इस रिकार्डिंग में शिक्षक बच्चे को बाथरूम से कक्षा में लेकर आए। बेहोशी की हालत में बच्चे को सीसीपीआर देना शुरू किया। पानी के छीटे मारने के साथ हाथ पैरों में भी मालिश शुरू कर दी। एक बार बच्चे के शरीर में कुछ हरकत हुई। लेकिन बच्चे के होश में न आने के कारण स्कूल स्टाफ ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचा। यहां बच्चे की मौत हो गई।

मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभाग अध्यक्ष डॉ. एलके गुप्ता ने बताया कि बच्चों की मौत के कारण का खून की नली में थक्का जम जाना या चोट लगाना या कोई ब्लड़ प्रेशर से नस फट जाना इत्यादि है। जन्मजात से दिल की बीमारी या कई बच्चों में दिल का आकार बढ़ जाता है और कमजोर हो जाती है। ऐसी स्थिति में भी बच्चों की अचानक मौत हो जाते हैं।

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